Bulb Ka Avishkar Kisne Kiya | बल्ब का आविष्कार किसने किया था, और कब
बल्ब का आविष्कार किसने किया था (bulb ka avishkar kisne kiya), बल्ब ना जाने कितने घर इससे रोशन है, जो की हमारे लाइफ का अभिन हिस्सा बन चूका है या फिर ये कहना गलत नहीं होगा की, हम इस टेक्नोलॉजी से जमीनी तोर पर जुड़ चुके है।
पुराने ज़माने में जब बिजली बल्ब नहीं हुआ करती थी, तब लोगो को रात में काफी ज़्यदा परिशानी का सामना करना पड़ता था, दिन तोह चलो ठीक है जैसे तैसे गुज़र जाता था लेकिन रात काफी भयानक होती थी।
रौशनी के लिए लोग, दिया, मोमबत्ती, लालटेन, को उपयोग में लाते थे।
रात में अँधेरा होने के कारण, देसी जुगाड़ से कोई फयदा नहीं हो पता था और कीड़े मकोड़े का भी काफी ज़्यदा डर बना रहता था।
अभी क्या है, लोग धीरे धीरे मॉडर्न हो रहे है, उनके रहने का तोर तरीका भी अब अलग हो रहा है
लेकिन पहले लोग जंगल में रहा करते थे, या फिर ये कह सकते है की, उस समय जनसख्या भी काम हुए करती थी जिससे काफी ज़्यदा खुले जमीने हुए करती थी। चारो तरफ पेड़ पौधे, जंगल हुआ करती थी।
जिससे ये होता था रात को जंगली जानवर का भी खतरा बना रहता था।
रात को लोगो को कही आने जाने में भी काफी समस्या का सामना करना पड़ता था, कोई बड़ा हादशा, दुर्घटना होने का भी डर बना रहता था । बच्चो को पढाई में काफी ज़्यादा दिक्कत होती थी।
उस ज़माने में लालटेन, दिया, और मोमबत्ती का काफी ज़्यदा महत्व था।
लेकिन अब वो सारी चीजे धीरे धीरे बिलुप्त हो रही है और उनकी जगह बिजली की उपकरणों ने ले लिया है।
बल्ब के आविष्कारक थॉमस ऐल्वा एडीसन (Thomas Alva Edison), शायद वो जानते थे, बिजली बल्ब लोगो के जीवन शैली को पूरी तरह बदल के रख देगा उनको रात को भी देखनी की शक्ति देगा।
इसलिए उन्होंने अपनी जीवन के कई साल इसे बनने में दिए। कई बार उन्हें हार का सामना करना पड़ा, लोगो की तने सुनने पड़े, लेकिन वो हार नहीं मने और अंततः जित उनकी हुए।
आज हम उनके बारे में भी बात करेंगे बल्ब का आविष्कार किसने किया और कब किया? भारत में बल्ब का आविष्कार कब हुआ? बल्ब का आविष्कार कौन से देश में हुआ था? बिजली बल्ब का आविष्कारक कौन है? और भी बहुत सी बाते है जो की हम आगे बात करेंगे।
तोह चलिए एक एक करके सबके बारे में जानते है, आप निचे दिए गए टेबल का भी उपयोग कर सकते है.
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इलेक्ट्रिक बल्ब क्या है? (Electric Bulb Kya Hai) | बल्ब किसे कहते हैं
बिजली बल्ब (Incandescent light bulb) काँच का एक गोला होता है, जिसमे एक टंगस्टन (Tungsten) धातु की तार दोनों सिरे से जुडी होती है।
जब इस तार में बिजली प्रवाहित होती है तोह वो गरम हो जाती है, ठीक उसी बल्ब में कम दाब पर क्रिपटोन,आर्गन, नाइट्रोजन, जीनोन और हाइड्रोजन जैसे किसी एक गैस को भरा जाता है।
जिससे ये होता है की जब टंगस्टन तार गरम होती है तोह जल्दी टूटती नहीं और उस गर्मी से निकली हुए रौशनी को चारो और बिखेरती है।
जब ये टंगस्टन की तार बहुत ही ज़्यदा गरम हो जाती है तोह यह तार टूट जाती है, जिसे हम बल्ब फ्यूज (Bulb fuse) बोलते है।
टंगस्टन धातु की मेल्टिंग पॉइंट 3370 degrees Celsius रहती है, जिसके कारन वो जल्दी फ्यूज नहीं होती, और यही कारण है की बल्ब में टंगस्टन धातु को युपयोग में लाया जाता है।
आपको ये बात जानकर हैरानी होगी की, एक इलेक्ट्रिक बल्ब 1 सेकंड में 50 से 60 बार जलता और भुजता है और ये प्रक्रिया इतनी तेज होती है की, हमारी नंगी आँखे इन्हे देख नहीं पाती।
बल्ब का आविष्कार किसने किया था? (Vidyut Bulb Ka Avishkar Kisne Kiya)
Incandescent light bulb (तापदीप्त लैम्प) का अविष्कारक और कोई नहीं जाने माने वैज्ञानिक थॉमस ऐल्वा एडीसन (Thomas Alva Edison) है। थॉमस ऐल्वा एडीसन ने काफी समय लगभग डेढ़ साल (1.5 years) इस रिसर्च में लगाए और अंत में उन्हें सफलता 18 अक्टूबर 1878 में मिली।
अपने प्रयोग के दौरान उन्होंने कई प्रकार की टेस्ट की जैसे अलग अलग धातु का उपयोग करना बल्ब की निर्माण में।
पहली सफलता उन्हें प्लैटिनम की वायर को फिलामेंट के रूप में उपयोग में लेन पर मिली, और यह बल्ब 12 घंटो तक बिना फ्यूज हुए रोशनी की, पर प्लैटिनम धातु होने के कारन यह बहुत महँगी हुआ करती थी, जिसके कारन उनको अपने रिसर्च जारी रखना पड़ा और अंत में कार्बन फिलामेंट टंगस्टन को उपयोग में लाया गया जिससे उनका रिसर्च सफल रहा।
थॉमस ऐल्वा एडीसन ने इस रिसर्च को अपने नाम पर 14 अक्टूबर 1878 को पेटेंट करवाया, और इस पेटेंट का नाम इम्प्रूवमेंट इन इलेक्ट्रिक लाइट्स रखा।
थॉमस ऐल्वा एडीसन ने अपने समय में बहुत से चीजों का अविष्कार किया जिनमे से कुछ मोशन पिक्चर फिल्म, एल्कलाइन स्टोरेज बैटरी।
टेलीफोन का अविष्कार किसने किया (telephone ka avishkar kisne kiya) ये सोच रहे होंगे आप, इसके पीछे भी इनका ही हाथ था, इन्होने कार्बन टेलीफोन ट्रांसमीटर का अविष्कार किया। कुल मिलकर 1091 प्रकार के उपकरणों का इन्होने अविष्कार किया और उनसबको अपने नाम पर पेटेंट करवाया।
Frequently Asked Questions.
भारत में बल्ब का आविष्कार कब हुआ?
बल्ब का अविष्कार भारत में नहीं, वैज्ञानिक थॉमस ऐल्वा एडीसन द्वारा 14 अक्टूबर 1878 में अमेरिका में हुआ था, फिर बाद में वैज्ञानिक थॉमस ऐल्वा एडीसन ने इसे अपने नाम पर पेटेंट करवा कर पुरे देश में इम्प्रूवमेंट के लिए जारी कर दिया।
बल्ब का आविष्कार कौन से देश में हुआ था?
वैज्ञानिक थॉमस ऐल्वा एडीसन द्वारा 14 अक्टूबर 1878 में अमेरिका में हुआ था,
एलईडी बल्ब का आविष्कार कब हुआ
वैज्ञानिको द्वारा एलईडी बल्ब (LED Bulb) को बनाने की प्रक्रिया 1927 में सुरु हो गयी थी, लेकिन पहली सफलता 1968 को मिली।
वैज्ञानिक थॉमस ऐल्वा एडीसन बल्ब को बनाने में कितना खर्च आया था
वैज्ञानिक थॉमस ऐल्वा एडीसन को पहला बल्ब बनाने में करीब 40 हजार डॉलर का खर्च आया था।